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CSS Kya Hai Kaise Sikhe: पूरी जानकारी

क्या आप को पता है। CSS क्या है। CSS का उपयोग क्यों किया जता है। css के बारे में जानकारी क्यों होनी चाहिए। लेकिन CSS को सीखने से पहले HTML क्या होता है। और Html का basics Concept आपको पता होना चाहिए।

besics structure clear हो जाने के बाद फिर आप सीएसएस भी सिख़ लेते है। तो यह बहुत फायदेमन साबित होता है। CSS को सीखने के फायदे बहुत सारे है। जिन पर इस पोस्ट में विस्तार से बात करेंगे। और सीएसएस की सम्पूर्ण जानकारी को पूरा पड़े।


CSS का अविष्कार किसने किया है | history of css in hindi

css का अविष्कार Hakon Wium Lie ने 1994 में किया था। css को manage करने के लिए इसने W3C एक group बनाया था। और उसका नाम css working group रखा गया था। इस gruop की member का काम था।


css के लिए specification document को तैयार करना। और यह समय समय पर इसे update भी करती रहती थी। चलिए अब जानते हैं सीएसएस क्या है। 



CSS क्या होता है | what is CSS in hindi


CSS का पूरा नाम Cascading Style Sheet है। यह एक coding language होती है। और इसे simple design language भी कहते हैं।


सीएसएस का इस्तेमाल Web Page को color और Font Style देने के लिए किया जाता है। सीएसएस से किसी भी web page को आकर्षित और सुंदर बन सकते हैं। चलिए जानते हैं सीएसएस के कितने प्रकार है।




CSS के प्रकार | types of css in hindi


सीएसएस कितने types के होते हैं। css के मुख्या तीन प्रकार होते हैं वो क्या है। आइये देखते हैं। 



1.Inline Style Sheet


इस types का इस्तेमाल Web Page में Particular Html element को Configure करने के लिए Use होता है। इस style sheet को जहां जरूरत है। वहीं इस्तेमाल करना होता है। inline css किसी भी web pages के element को replacement करने कि  आपको freedom प्रदान करता है। 



2. External Style Sheet


ये सबसे interesting style sheet है। जब आप कोई seperate file में css coding करके उसे .css extension के साथ save कर देते हैं। और इस इस file के साथ हम Html file को जोड़ते है।


तो css file का प्रभाव पूरे html file पर होता है। web page को बार बार बदलाव करने से अच्छा एक ही बार परिवर्तित् कर लिया जाता है। इस external style attribute के मदद से। 



3. Embedded या Internal Style 


Internal style का मतलब होता है। web page में जितने भी tag है। उनमे css apply करना। अगर कोई web page 4 से 5 Paragraph होते हैं और उसमें आपको  styling apply करना है।


तो आप लाइन बाय लाइन css add करेंगे तो आपको काफी समय लगता है। लेकिन एक ही बार में सारे paragraph में css apply करने के लिए internal style css का इस्तेमाल किया जता है। 


internal style sheet को पूरे web page में add करने के लिए web page के <head> के अंदर अपने style को declaire कर दीजिये। तो ये सारे pages में apply हो जाएगा।


अब तो आपको सीएसएस क्या है इसके प्रकार "css in hindi " थोड़ा आईडिया लग ही गया होगा। अब जानते हैं सीएसएस क्यों उपयोग किया जाता है। 




CSS का इस्तेमाल क्यों किया जता है


CSS का Use Web Page को आकर्षित और सुंदर बनाने के लिए किया जता है। css के इस्तेमाल से web page के text, color, font family, layout को stylish अंदाज दे सकते हैं। 


इसीलिए css एक powerful style sheet language है। आपके web page का website element < Title> है। इसी title element के Font, size, color को बदल ना चाहते है।


तो आप सीएसएस की मदद से बड़े आसानी से बदल सकते हैं। और इसके चारों ओर Padding और इस element के रूप को परिवर्तित करने के लिए css का Use किया जता है।


web designing के लिए सीएसएस क्यों महत्वपूर्ण है। इस बात का अंदाजा सीएसएस के फायदे जानने के बाद आसानी से लगा सकते हैं। 



CSS के फायदे | advantage of css in hindi


1. eazy to Maintain


किसी भी document को css की ज़रिये Maintain करना बहुत आसान है। 



2. Saving Bandwith


web page के Layout में table की जगह हम css Use करे। तो website के file size में 40% Bandwith की कमी आएगी। जो के एक high traffic website के लिए बहुत माइने रखती है। 



3. Logical Thinking's


css coding से अपने अंदर की  logical thinking बढ़ती है। सोचने और समझने की शक्ती पहले से 2 गुना बढ़ जाती है। हमारा brain तेज़ चलने लगता है। 



4. Problem solving ability


css में ऐसे कई टैग है जो जल्दी आसानी से solve नहीं होते हैं। और इन्हें बार बार अच्छे से समझने की बाद इस solve कर ही लेते है। जिससे हमारे अन्दर एक problem solving ability आ जाती है।



5. Compatible with Devices


css के ज़रिये web page को multiple device comptiblity करा जाता है। जिससे  computer smartphones में device के हिसाब से responsive होजाता है। 



6. Improve Search Engine Ranking


सीएसएस के उपयोग से search engine को उस वेब पेज़ को access करना आसान हो जाता है।



7. Reduces Page Load Time


web page को design करने के बहुत कम css code की जरूरत पढ़ती हैं। और पेज़ में coding कम की होंगी। तो page loading speed बढ़ जाएगी। 


यह भी पड़े। Blogging में फेल क्यों होते हैं | blogging me fail hone ke karan

CSS कैसे सीखें | learning css in hindi



1.सबसे पहले html सीखें


सीएसएस सीखने से पहले आपको html सीखना होगा।  coding मुख्या तीन चीज़ को मिलकर complite होती है। HTML, CSS, JAVASCRIPT इन में से सबसे ज़रूरी है HTML markup language। 


किसी भी web page का besics Structure html से तैयार होता हैं। और आपने अगर html को सिख़ लिया है। तो html coding का besics idea लग ही गया होगा।


और यह आपको सीएसएस सीखने में हेल्प करेगा। लेकिन एक बात जो सबसे ज़्यादा important है आपके लिए। बिना html सीखें। आप css को नहीं सिख़ सकते। क्यों के html के element <head>  के अंदर footer area, content area, <div> Tag का इस्तेमाल होता है।


और css भी इन्ही को बेहतर look fill देने के लिए किया जाता है। अब ऐसे में इन element का idea ही नहीं होगा तो css को नहीं सिख़ पाएंगे। css सीखने के tips। 



2. CSS के Besics Structure Clear करें


सबसे पहले तो css codes मूल बातें जाने। css के complite code व उनके examples। css coding कितने प्रकार की होती है। आज के समय में internet पर ऐसे हज़ारों साइट है।


जो css की basics जानकारी सिखाती है। W3school.com इस वेबसाइट पे css की paractice करें। इस साइट से आपको css coding के बारे में काफी कुछ सीखने को मिलेगा। 



3. CSS Codes की practice करें


css coding की besics जानकारी समझने की बात। css की practice करें। और इस बार बार implement करते रहे। css की practice करने के लिए notepad++ या notepad text editer, App को play store से dowanload करले।


coding को सीखने के लिए इसे बार बार imlement करना होता है। तब जाके कुछ दिमाग में बैठता है। अब अपने जो seperate file में coding की होंगी। उस file को .css extension से Save करले।


और उस css codes को copy करके browser में Run करके देखें। अपने coding सही की है या नहीं। ये आपके सामने outpot Show कर देगा। हर दिन ऐसे ही प्रैक्टिस करते रहे।


और गलती से सीखते रहे। एक समय आपके लिए ऐसा आएगा आप css को पूरी तरह सीख चुके होंगे। 



4. खुद website design करें


अब जितना भी coding आपने सिखा उसी coding की मदद से अपनी खुद की वेबसाइट बनाए। ये भी एक important step है। इस से आपको पता चलता है।


codes किस प्रकार काम कर रहे हैं। क्या   improvement की जरूरत है। ऐसा कर कर के web design करना। आपके लिए बहुत easy हो जायेगा 




HTML और CSS में क्या अंतर है | difference between html and css



1. html किसी web page के structure और content को define करता है। जब के css html के element के design, display, look  को define करता है। 



2. Html मे keyword (tag name) उपयोग होते है. जो angular bracket मे बंद होते है. जैसे


•  < tagname> closing tag </ tagname>


लेकिन css में selectors रहते है। और css codes को curly bracket { } के अंदर रखा जाता है। css cacm codes को style देने के लिए properties और value के बीच में colmn :  लगाते हैं।  जैसे


•  Selectors  { properties: value }



3. html के element को direct apply कर सकते हैं। लेकिन css codes को apply करने के लिए inline css, internal और external style sheet में किसी का भी प्रयोग करके apply कर सकते हैं। 



4. css code को html files में उपयोग किया जा सकते हैं। लेकिन css style sheet में html का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। 




 आज आपने क्या सीखें


अब तो आपको पता चल गया होगा CSS Kya Hai | css कहा और क्यों उपयोग क्यों किया जाता है। दोस्तों css के फायदे बहुत है। इस लेख में css की पूरी जानकारी आपको दी गई है। और html css में क्या difference है। यह भी आप जान गए हैं।  इस लेख को दोस्तों अपने मित्रों के साथ  facebook और ट्विटर पर ज़रूर share करें। 

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